Welcome to The Gateway of Bihar, Explore the Heartbeat of Culture, History & Safe Adventure 2024

गेटवे ऑफ़ बिहार (Gateway of Bihar) बिहार की यात्रा का आपका आदर्श साथी :

भारत के दिल में बसा हुआ एक राज्य बिहार है जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के समृद्ध राज्य है बिहार एक ऐसा राज्य है जो धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो इस राज्य ने कई धर्म का जन्म दिया है। बिहार की धरती को ऐसे ही नहीं पावन धरती कहा जाता है क्योंकि बिहार की धरती पर बहुत महान महान जैसे महावीर , बुद्ध , सिखों के दसवें गुरु और अनेक महान व्यक्तियों का जन्म स्थलबिहार है बिहार को पहले कई नाम से जाना जाता था जैसे मगध, विहार, किकट भी कहा जाता था बिहार का कई अद्भुत पर्यटन स्थल है जिसमें से महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। इसे इतिहास की दृष्टि से देखे तो विविध संस्कृति के साथ बिहार हमेशा पर्यटन स्थल से अपनी और आकर्षित करने वाला एक राज्य है। आज हम आपको अपने नए प्लेटफार्म गेटवे आफ बिहार (Gateway of Bihar) से परिचित करना चाहते हैं जो ना तो केवल बिहार के पर्यटन के बारे में ही नहीं यह प्लेटफॉर्म आपको आज की खबर यानी की ताजी खबर और समाचार के बारे में भी जानकारी मिलेगी यहां पर अपने भारत देश से संबंधित और राज्य से संबंधित जानकारी दी जाएगी।

क्या है यह प्लेटफ़ॉर्म ?

गेटवे ऑफ़ बिहार (Gateway of Bihar) एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहां से आपको बिहार भर की विभिन्न पर्यटन स्थल और समाचार, न्यूज़ और इत्यादि बिहार से संबंधित जानकारी दी जाएगी इस प्लेटफार्म पर बिहार से अलग राज्य की पर्यटन स्थल और समाचार की जानकारी इस प्लेटफार्म पर दी जाएगी हमारा उद्देश्य यह है कि हम आपको बिहार की अनदेखी सुंदरता से अवगत कराय और यहां की यात्रा को सरल सुखद बनाएं ।

पर्यटन स्थलों की विविधता

बिहार में घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल है जहां का दृश्य अद्भुत दिखाई देती है। बिहार में कई प्रमुख पर्यटन स्थल है जिसमें से नालंदा का प्राचीन विश्वविद्यालय, पटना का गोलघर, बोधगया का महाबोधि मंदिर, पटना का चिड़ियाघर, पटना का सिखों के दसवां गुरु जी, पटना का महावीर मंदिर, पटन देवी, सासाराम में मां ताराचंडी, तुतला भवानी, शेरशाह सूरी का मकबरा, पायलट बाबा, कैमूर में मां मुंडेश्वरी जी का मंदिर, आरा में आयरन देवी, बखोरापुर की काली मां, माझर कुंड, Geeta Ghat, महादेव खो, कशिश, सीता कुंड, धुआं कुंड, इंदरपूरी डैम, कर्मचट डैम, गांधी मैदान, राजगीर, रजरप्पा, बक्सर, वैशाली, पावापुरी, कुमारहर, बिहार संग्रहालय, मनेर शरीफ, गया, सासाराम, वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान, भागलपुर, कंवर झील पक्षी विहार, उदंतपुरी, और इत्यादि पर्यटन स्थल है जहां पर घूमने का आनंद ही अलग होता है। गेटवे आफ बिहार पर हम आपको इन स्थलों की विस्तृत जानकारी देंगे जिसमें से उनके इतिहास और संस्कृत स्थलीय आकर्षक शामिल होंगे यह गेटवे ऑफ़ बिहार (Gateway of Bihar) प्लेटफॉर्म आपको पर्यटन स्थल की पूरी जानकारी देगी।

सासाराम

बिहार के रोहतास जिले में स्थित एक शहर है जिसका नाम सासाराम है यह शहर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से प्राचीन शहर है इस शहर का प्राचीन नाम सहस्त्र राम, सहस्त्रबाहु और परशुराम था यही सब नाम के कारण वर्तमान में इस शहर का नाम सासाराम पड़ गया है इस शहर में प्राचीन का एक ऐतिहासिक किला है जिसका नाम शेरशाह सूरी है तथा इस शहर को शेरशाह सूरी के नाम से भी जाना जाता है शेरशाह सूरी का जन्म 1486 ई में हुआ था और उनकी मृत्यु 22 में 1545 ईस्वी में हुई थी तथा शेरशाह सूरी का जन्म का नाम फरीद खा था जिसे हुमायूं ने 1540 ईस्वी में हराकर उत्तर भारत के सूर्य साम्राज्य स्थापित किया यह एक महान शासक थे शेरशाह सूरी की जन्म भूमि के रूप में प्रसिद्ध है इसके अलावा सासाराम में कई पर्यटन स्थल है जिसमें मां ताराचण्डी का मंदिर, पायलट बाबा, माझर कुंड और इत्यादि सासाराम रोहतास जिले का हेडक्वार्टर है रोहतास जिला एक साक्षत जिला है बिहार के राजधानी पटना से भी साक्षर जिला है जो एजुकेशन के मामले में नंबर वन पर आता है।

नालंदा विश्वविद्यालय

भारत के बिहार राज्य में स्थित नालंदा विश्वविद्यालय नमक हुआ करता था। विश्व को खिलजी नामक मुगलों के शासक ने इस विश्वविद्यालय में विश्व आग लगाई जो 6 माह तक जलती रही, इस विश्वविद्यालय विश्व भर के लोग अलग अलग विषयों के बारे में अध्यन करने आते थे
यह विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र हुआ करता था और शिक्षा गढ था नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास हजारों साल पुराना है इस विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त साम्राज्य के शासक काल के समय पांचवीं शताब्दी में हुआ था इस विश्वविद्यालय में 300 कमरे हुआ करते थे। इस विश्वविद्यालय में लगभग 90 लाख किताबे हुआ करता था और इस विश्वविद्यालय में लगभग 2000 शिक्षक और 10000 छात्र हुआ करते थे। इस विश्वविद्यालय में सस्कृत,ब्राही लिपि और अन्य भाषाओं पढ़ाया जाता था गेटवे ऑफ़ बिहार (Gateway of Bihar) से आप नालंदा के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

बोधगया

बोधगया एक पवित्र स्थल है जहां पर भगवान बुद्ध ने अपने ज्ञान की प्राप्ति की थी गया में एक बड़ी बुद्ध भगवान की बड़ी मंदिर है और बुद्ध भगवान की वहां पर एक प्रतिमा भी स्थित है बुद्ध भगवान का जन्म कपिलवस्तु के पास लुंबिनी में उनका जन्म हुआ था बुद्ध धर्म को मानने वाले अपने जीवन में कम से कम एक बार ही सही यहां पर आना चाहते हैं और बुद्ध भगवान का दर्शन करना चाहते हैं बुद्ध भगवान को देखने के लिए लोग देश-विदेश से भी यहां पर आते हैं और यहां आकर उनका दर्शन करते हैं और दर्शन करने के बाद अपने जीवन को खुशहाली मानते हैं। बोधगया गया जिला मे स्थित है। गेटवे बिहार का प्लेटफार्म पर आपको बोधगया से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त होगी।

पटना

बिहार में स्थित एक जिला है जिसका नाम पटना है जो बिहार की राजधानी है पटना को पहले कई नाम से जाना जाता था जैसे पाटलिपुत्र ,पाटलीग्राम ,कुसुमपुर ,अजीमाबाद और इत्यादि नाम थे पटना का नाम शेरशाह ने पैठना रखा था इसके बाद हेमचंद्र विक्रमादित्य ने इस शहर का नाम पटना रख दिया जो अभी तक पटना के नाम से ही ऑल इंडिया में विख्यात है। पटना में कई पर्यटन स्थल है जैसे महावीर मंदिर, गांधी संग्रहालय, तख्त श्री हरि मंदिर, बिहार संग्रहालय, बुद्ध स्मृति पार्क, सिखों के दसवां गुरु, चिड़ियाघर, गोलघर, गांधी मैदान और इत्यादि जगह है। गेटवे ऑफ़ बिहार के प्लेटफार्म पर आपको पटना की पूरी जानकारी प्राप्त होगी।

बिहार की संस्कृति

बिहार की संस्कृति बहुत ही पुरानी है यहां की संस्कृति पारंपरिक खानपान, त्योहार, लोक संगीत और इत्यादि से अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं यहां के संस्कृति कई भाषाओं मैं बोली जाती है बिहार के लोग कई भाषाओं में बात करते हैं जैसे भोजपुरी, मैथिली, मगही, तिरहुत और अन्य भाषा में बात करते हैं यह भाषा अंग संस्कृतियों का मिश्रण है। बिहार के संस्कृत में बिहार का पर्व भी आ जाता है जिसमें बिहार का सबसे महत्वपूर्ण पर्व छठ पूजा है बिहार के लोग छठ में देश-विदेश से अपने घर आ जाते हैं छठ पूजा के लिए गेटवे आफ बिहार पर हम आपको बिहार के संस्कृति और बिहार से संबंधित अन्य जानकारी उपलब्ध करेंगे।

ताज़ा समाचार

बिहार से संबंधित लेटेस्ट जानकारी और बिहार में चल रही विभिन्न घटनाक्रम से अवगत रहना भी महत्वपूर्ण है बिहार में कब क्या हो रहा है कहां बदलाव हो रही है कहां रोड बन रही है कहां की सरकार बदल रही है और बिहार की सरकार कहां जाने वाली है क्या वह लेटेस्ट न्यूज़ दे रही है गेटवे आफ बिहार (Gateway of Bihar) पर हम आपको ताजा समाचार और बिहार से संबंधित जानकारियां इस प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगी।

स्थानीय खान-पान

बिहार का खान-पान बहुत ही खास है यहां पर सबसे ज्यादा फेमस भोजन लिट्टी-चोखा है और यहां की भोजन की बात कर तो इसमें दाल-पीठा, कढ़ी-बड़ी, खुरचन, पोस्ता-दाना का हलवा, कसार, लाई, डंगरा का तिलकुट, पान पेड़ा, मखाना खीर, गाजा और इत्यादि भोजन है गेटवे ऑफ़ बिहार पर, हम आपको बिहार के खास भोजन की और उसकी जानकारी देंगे।

Conclusion of Gateway of Bihar

गेटवे ऑफ़ बिहार (Gateway of Bihar) न केवल एक वेबसाइट है यह बिहार के पर्यटन और संस्कृति की एक पहचान भी है यहां से हम आपको बिहार के हर कोने की जानकारी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि आपकी यात्रा यादगार बने। यदि आप बिहार की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो गेटवे ऑफ़ बिहार आपके लिए एक आदर्श साथी होगा। गेटवे आफ बिहार से आप लोग देख सकते हैं कि बिहार का सबसे फेमस पर्यटन स्थल, बिहार का फेमस प्राचीन मंदिर और बिहार का फेमस वॉटरफॉल कौन है और कहां पर है यहां से आपको पूरी जानकारी दी जाएगी हर कदम पर मार्गदर्शन करेंगे, ताकि आप इस अद्भुत राज्य की अनदेखी खूबसूरती को अपने दिल में बसा सकें। आइए, गेटवे ऑफ़ बिहार (Gateway of Bihar) के माध्यम से एक नई यात्रा की शुरुआत करें और इस राज्य की संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करें।

गेटवे ऑफ़ बिहार (Gateway of Bihar) के साथ जुड़ें और बिहार की अद्भुत यात्रा का अनुभव करें

Thanks for visit Gateway of Bihar.

Related Some May You Know :

शेर शाह सूरी का मकबरा, सासाराम: एक ऐतिहासिक धरोहर

44 thoughts on “Welcome to The Gateway of Bihar, Explore the Heartbeat of Culture, History & Safe Adventure 2024”

Leave a Comment