Ganga River Map History पवित्र गंगा आस्था, महत्व, जीवन का संगम और उसकी Incredible महिमा 2024

Ganga River Map

भारत देश के भौगोलिक इतिहास में गंगा नदी (Ganga River Map) का महत्वपूर्ण भूमिका रहा है यह नदी बहुत ही लंबा और विशाल है इस नदी का धार्मिक महत्व प्राचीन काल से भी पुराना माना जाता है यह नदी भारतीय सभ्यता का एक महत्वपूर्ण भाग रहा है गंगा नदी को मां भी कहा जाता है।

गंगा नदी और मार्ग

गंगा नदी (Ganga River Map) का मुख्य जल स्रोत उत्तराखंड राज्य में स्थित गंगोत्री नामक ग्लेशियर में उपस्थित गौमुख गुफा से गंगा नदी आरंभ होता है इस नदी का जल हिमालय की विशाल   पहाड़ों के चींटियों से आती हैं और यह नदी आगे चलकर विभिन्न धारा में बट जाती है इस नदी की लगभग कुल लंबाई 2525 किलोमीटर माना जाता है यह नदी विश्व के लंबी नदियों में से एक है
उत्तराखंड राज्य में उपस्थित गंगोत्री गौमुख से गंगा बहती है और यह नदी विभिन्न राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल से होते हुए बंगाल की खड़ी में मिल जाती है गंगा नदी के सहायक नदी निम्नलिखित है यमुना, गंडक, कोसी और घाघरा समेत कई नदिया शामिल है।

  • जलग्रहण क्षेत्र :- गंगा नदी (Ganga River Map) का कुल जल क्षेत्र लगभग 1086001 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है यह क्षेत्र हिमालय से लेकर उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र और विभिन्न क्षेत्रों तक फैला हुआ है गंगा नदी ज्यादा तर भारत के उतरी भाग फैला हुआ है यह नदी जल की आपूर्ति और कृषि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
  • पारिस्थितिकी तंत्र :- इस नदी में विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु देखे जाते हैं जैसे:– डॉल्फिन, केकड़ा, बिच्छू, एलिगेटर, कछुआ, और न जाने कितने प्रजाति की मछलियां दिखाई देती हैं संबंधी के किनारे विभिन्न तरह की पेड़–पौधे उगाए और लगाए जाते है इसी नदी के किनारे कई प्रकार की जड़ी बूटी उगती है

गंगा का इतिहास

प्राचीन काल

भारत के कई प्राचीन ग्रंथों में गंगा नदी (Ganga River Map) का उल्लेख किया गया है जैसे:– उपनिषद, महाभारत, वेद, रामायण और कई धार्मिक ग्रंथों में भी इस नदी का उल्लेख मिलता है गंगा नदी को भारत के पवित्र नदियों में से एक माना जाता है इस नदी के बारे में कहा जाता है कि जगत के कल्याण के लिए स्वर्ग से आई एक देवी ने गंगा मां या गंगा नदी का रूप धारण किया इस देवी माता की उत्पति महादेव की जटाओं से हुआ है और इस नदी में नहाने से मोक्ष और शरीर पवित्र एवं शुद्ध हो जाता है।

ऐतिहासिक नगरों का विकास

गंगा नदी (Ganga River Map) के किनारे विभिन्न शहरों का निर्माण एवं विकास  किया गया, कुछ ऐसे ही शहर का नाम निम्नलिखित है जैसे:– पटना, हरिद्वार, कानपुर और वाराणसी को पवित्र और प्राचीन शहरों में से एक माना जाता है

मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास

मुगलों के शासन काल के वक्त इस नदी के किनारे कई शहर आगरा, दिल्ली, और इलाहाबाद जैसे कई शहर का निर्माण किया गया
ब्रिटिश के शासन कल के वक्त गंगा के किनारे औद्योगिककरण का शुरुआत किया गया जिससे जिससे और कई शहरों का निर्माण के साथ साथ जनसंख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई,

गंगा का सांस्कृतिक महत्व

धार्मिक महत्व :- भारत देश में इस नदी को “गंगा माता” के रूप में पूजा किया जाता है सनातन धर्म में इस नदी को पवित्र और शुद्ध इस नदी में नहाने से मोक्ष कि प्राप्ति होती है
इस नदी के किनारे कई महान साधु संत की आश्रम और ध्यानस्थल थे

गंगा की समस्याएँ

प्रदूषण, गंगा नदी को बहुत सारे मुश्किलों से होकर गुजरा पड़ता है जिस में से विशेष कर प्रदूषण रहा है जैसे:– औद्योगिक अपशिष्ट प्रदार्थ, कृषि रसायन, घरेलू गंदगी और न जाने कितने प्रकारों से इस नदी को प्रदूषित किया जा रहा है

संरक्षण की आवश्यकता

भारत सरकार ने गंगा नदी (Ganga River Map) को संरक्षण करने के लिए कई स्कीम और योजना की शुरुआत की जैसे:– नमामि गंगे और कई योजना लागू किया इस योजना का लक्ष्य गंगा नदी को स्वच्छ और शुद्ध बनाए रखना है जिससे जल की गुणवत्ता में सुधार, प्रदूषण में कमी और जल को संरक्षण करना है

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