Vasudev Balwant Phadke वासुदेव बलवंत फड़के भारत के प्रथम क्रांतिकारी के संघर्ष, साहस की Incredible 1 कहानी

Vasudev Balwant Phadke

भारत देश के स्वतंत्रता संग्राम में पहले क्रांतिकारी वासुदेव बलवंत फड़के (Vasudev Balwant Phadke) को कहा जाता है और वासुदेव बलवंत भड़के ने भारत में न जाने कई बार ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह किया था और वासुदेव बलवंत भड़के ने से ही भारत में क्रांति की आरंभ की।

वासुदेव बलवंत फड़के का जीवन परिचय

भारत देश के महाराष्ट्र राज्य के रामगढ़ जिले में शिरढोणे गांव में जन्म 4 नवंबर 1845 ईस्वी को वासुदेव बलवंत फड़के का जन्म हुआ वासुदेव बलवंत फड़के ने अपने स्नातक शिक्षा की पढ़ाई बंबई के विश्वविद्यालय से प्राप्त किया था और वासुदेव बलवंत फड़के ने कुछ कई सालों तक सरकारी नौकरी भी कर चुके थे।

  • संगठन को एक करना :– ब्रिटिश सरकार के खिलाफ वासुदेव बलवंत फड़के (Vasudev Balwant Phadke) ने पहली बार भारत में सशस्त्र क्रांति लाने के लिए बहुत से लोगों का एक जूट करने लगे वासुदेव बलवंत फड़के भारत के महाराष्ट्र राज्य कल क्षेत्र में जाकर लोगों को भारत में क्रांति लाने के लिए जागृत करने लगे वासुदेव बलवंत भड़के ने बहुत से लोगों को इस क्रांति में जुड़ने के लिए प्रेरित करते रहें।
  • सशस्त्र क्रांति का प्रयास :– भारत में पहली बार ब्रिटिश सरकार के खिलाफ वासुदेव बलवंत फड़के ने सशस्त्र क्रांति 1907 मे किया था सुखदेव बलवंत भड़के आदिवासी और किसानो को एक साथ करके एक छोटी सी एक सेना बनाई थी।
  • वासुदेव बलवंत फड़के की गिरफ्तारी :– वासुदेव बलवंत भट्ट के किया क्रांति असफल हो गई और ब्रिटिश सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया और वासुदेव बलवंत भारती को गिरफ्तार करके अंडमान निकोबार द्वीप में रखा गया था।

भारत के क्रांति में वासुदेव बलवंत फड़के का सहयोग

  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सहयोग करके :– वासुदेव बलवंत फड़के (Vasudev Balwant Phadke) ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नया मोड़ दिया वासुदेव बलवंत फड़के ने सशस्त्र क्रांति के रास्ते पर ब्रिटिश सरकार से लड़ने का रास्ता दिखाया था।
  • युवा को जगाकर के :– वासुदेव बलवंत फड़के ने मुख्य रूप से भारतीय युवाओं को प्रेरित किया और उन युवाओं में देश प्रेम के भाव प्रकट किया  और भारतीय क्रांति में जुड़ने के लिए कहा।
  • आदिवासियों को एकता करके :– वासुदेव बलवंत फड़के भारत के ने कोई जातियों को एकजुट किया जिसमें मुख्य रूप से वासुदेव बलवंत फड़के ने आदिवासी समाज को आयोजित किया था और जातियो में बटे लोगों को एकजुट करके ब्रिटिश सरकार से क्रांति करने के लिए खड़ा करने लगे।

वासुदेव बलवंत फड़के की बलिदान

भारत देश को महान बनाने में वासुदेव बलवंत फड़के (Vasudev Balwant Phadke) जैसे महान पुरुषों के हाथ है भारत देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए वासुदेव बलवंत भड़के ने अपना सारा जीवन भारत मां को दे दिया उनकी कुर्बानी को कभी भारत देश नहीं भूल सकता है और आज भी भारत देश के महान क्रांतिकारीयो मेरे से एक मानते है।

वासुदेव बलवंत फड़के के बारे में कुछ मुख्य जानकारी

  • वासुदेव बलवंत फड़के के किताबें :– वासुदेव बलवंत फड़के (Vasudev Balwant Phadke) के जीवन और कार्यों बहुत से किताबें लिखी गई थी आपके क्षेत्र में उपस्थित पुस्तकालय और ऑनलाइन मैं वासुदेव बलवंत की किताब बेची जाती है जिसको आप बड़े आराम से कर सकेंगे।
  • आज के इंटरनेट पर :– बाल वासुदेव बलवंत फड़के के बारे में आपको इंटरनेट पर बहुत सी जानकारी मिल सकती है विभिन्न वेबसाइटों पर जाकर वासुदेव बलवंत के बारे में पढ़ सुन सकेंगे।

वासुदेव बलवंत फड़के के कुछ अनसुनी बातें

  • क्रांतिकारी की शुरुआत :– ब्रिटिश सरकार के समय भारत देश में रहने वाले हैं लोगों को मारने, पीटने बहुत अत्याचार करने लगे और कुछ और समय भारत की स्थिति बहुत ही दैनिय हो गई और वासुदेव बलवंत फड़के को देखकर आ नहीं गया।
  • वासुदेव बलवंत फड़के के मुख्य योजना :– ब्रिटिश सरकार के आमिर व्यापारियों को कई बार वासुदेव बलवंत भड़के ने लूटा था क्योंकि भारत की संपत्ति को लेकर जा रहे थे।
  • सशस्त्र क्रांति का योजना :– वासुदेव बलवंत फड़के (Vasudev Balwant Phadke) ने अंग्रेजी सरकार से छिपकर सशस्त्र क्रांति का गठन किया था जिसमें भारत के हर वर्ग के लोग शामिल हुए थे।
  • ब्रिटिश सरकार के लिए मुश्किल है :– अंग्रेज सरकार ने वासुदेव बलवंत फड़के को हल्का समझा था लेकिन बाद में वासुदेव बलवंत फड़के ने ही ब्रिटिश सरकार के नाक में दम कर दिया था।

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